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Friday 20 March 2015

नकल बिहार में ही नहीं तमिलनाडु में भी है, होता है FIR तब खुलती है पोल

खबरची। ऐसा नहीं है कि नकल, पिछड़ा कहे जाने वाले बिहार में ही होती है। यह एक ऐसी बीमारी है जिससे शायद ही देश का कोई हिस्सा बचा हो। बिहार में चीटिंग को लेकर बहस थमीं नहीं थी कि तमिलनाडु में भी नकल का एक हाइटेक मामला सामने आया है। बताते चलें कि पढ़ाई-लिखाई के मामले में काफी अव्वल माने जाने वाले इस राज्य में चार अध्यापकों को व्हाट्सऐप की मदद से पर्चा लीक व नकल कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले के तहत कृष्णगिरी जिले के हौसर में एक हायर सेकंडरी स्कूल में व्हाट्सऐप की मदद से 12वीं का पर्चा लीक करने के आरोप में चार टीचर्स को गिरफ्तार भी कर लिया गया हैं। चारों अध्यापकों की पहचान पी.महेन्द्रन (35), आर.उदयकुमार (33), एस.गोविंदन (38) और वी.कार्तिकेयन (34) के रूप में हुई है।

गौरतलब है कि इसी बुधवार को महेंद्र, स्कूल में एग्ज़ाम ड्यूटी कर रहा था। आरोप है कि ड्यूटी के दौरान उसने मैथ के पर्चे की फोटो खींचकर व्हाट्सऐप ग्रुप में शामिल अन्य तीन टीचर्स के पास भेज दिया। एक स्थानीय अख़बार से बातचीत में कृष्णगिरी के जिला शिक्षा अधिकारी रामस्वामी ने बताया है कि परीक्षा के दौरान किसी भी टीचर को हॉल के भीतर सेलफोन के यूज़ की सख्त मनाही है। बावजूद आरोपी टीचर इसका इस्तेमाल कर रहा था।

रामस्वामी ने बताया है कि इस मामले में डिपार्टमेंट की ओर से मामला दर्ज करवाया गया। इसके बाद पुलिस ने जांच की और मामले में संदिग्ध पाए गए टीचर्स के खिलाफ एक्शन लिया।

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