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Tuesday 27 September 2016

कहानी : गजाला की मोहब्बत


अनुज शुक्ला. 10 साल से ज्यादा वक्त हो गया। मैं नाम भूल रहा हूं उसका। मैं उस बेपरवाह लड़के को हर शाम हर दोपहर अंजी भैया की पीसीओ पर पाता था। उसकी भूरी नीली आँखों में पता नहीं क्या राज दफ़न था। वो आया था यूनिवर्सिटी से बीएससी करने, गोरखपुर या देवरिया के किसी अच्छे खाते पीते घर का लड़का था।

लोग बताते थे कि शुरुआत में वह बिलकुल ऐसा न था। लेकिन धीरे-धीरे पता नहीं क्यों उसका मन पढ़ाई की जगह दूसरी चीजों में लगने लगा। दो तीन साल तक उसने इधर-उधर काटा। फिर बीए करने लगा। कहते हैं कि वह धीरे-धीरे इलाहाबाद की अपराध की दुनिया में सक्रीय होे गयाा था। उसके ताल्लुकात दारागंज के उभरते गैंगस्टर्स से होने लगे थे। वह मुझसे उम्र में काफी बड़ा था। गोरा चिट्टा बेहद खूबसूरत नौजवान।

उस बेपरवाह से लडके का पता अंजी भैया की दूकान ही थी। अंजी हमेशा उसे गलत संगतों से बचने की सलाहें देता था। समझाइश देता था। वह रोज तौबा करता और रोज उन्हीं गलतियों की वजह से daanta जाता। पता नहीं क्या वजह थी घरवालों से उसके रिश्ते बेहद खराब हो गए थे। घर से हर माह की रसद मिलनी बंद हो गई थी लिहाजा अब उसके पास अपना कोई ठिकाना भी नहीं थाा।

कभी किसी के यहाँ रात गुजार लेता। उसके सामान, उसकी किताबें, उसका बक्सा किसके पास था यह आजतक रहस्य है। वह बेहद खामोश नौजवान था। मेरी उससे कभी बातचीत नहीं हुई पर लोगों से जो सुना उसके मुताबिक़ किसी गजाला नाम की एक लड़की से उसे मोहब्बत हो गई थी। लोगों के मुताबिक़ गजाला भी उतनी ही खूबसूरत थी। दोनों की पहली मुलाक़ात एक ट्रेन में हुई थी। दोनों एक दूसरे को गहरा प्यार कर बैठे। मैंने देवदास देखा है उसमें। यकीन मानिए वह बिलकुल वैसा ही था। उसकी पसंदीदा किताब गुनाहों का देवता थी। रात-रातभर शराब पिए उसकी रातें बाँध पर कटती थी।

मुझे दारागंज और शहर छोड़े काफी अरशा हो गया। सालों बाद कई बार मैं उन गलियों में वापिस गया। अंजी भैया की दूकान गायब है। उन गलियों में पुराने चेहरे गायब हैं। मुझे मोहब्बत की कहानियों में दिलचस्पी है। मैं उस नौजवान की हालत की वजह और उनकी मोहब्बत का अंजाम जानना चाहता हूँ। मैं जितना जान पाया वह यह कि वह नौजवान ब्राह्मण था और गजाला लखनऊ की एक मुसलमान लड़की। 

Monday 26 September 2016

कहानी : उसके सारे सोशल अकाउंट डिलीट हैं


अनुज  शुक्ला. कालदा अपार्टमेन्ट में पहुंचे कुछ ही दिन हुआ था। मैं पहले फ्लोर के तीसरे फ़्लैट में था। सामान के नाम पर मेरे पास ज्यादा कुछ नहीं था। फर्नीचर जैसा तो बिलकुल नहीं, हां मैंने दो फाइबर की कुर्सियां जरूर खरीद ली थीं। इसके अलावा एक लो फ्लोर बेड और एक छोटा स्टूल ही मेरा सामान था। कुर्सियां दरअसल, इसलिए क्योंकि अँधेरे में कुछ देर बालकनी में बैठकर झिलमिलाते शहर को निहारना मुझे बेहद पसंद था।

यहां आने के तीन दिन बाद ही मेरे दरवाजे पर एक दस्तक हुई। मैंने गेट खोला और सामने देखा कोई अधेड़ महिला खड़ी थी। उसके हाथों में घेवर था। मैं थोड़ा शर्मीले मिजाज का हूँ। खासकर महिलाओं से मुलाक़ात में मैं उतना सहज नहीं रह पाता, आमतौर पर जितना लगता या दिखता हूँ। उन्होंने घेवर हाथ में थमाते हुए दरवाजे पर ही मेरा हाल चाल पूछा और बताया कि वे दो मंजिल ऊपर के फ़्लैट में रहती हैं । कुछ सेकण्ड की मुलाक़ात में उन्होंने मुझे किसी शाम चाय पीने का न्यौता भी दिया। मैंने भी हाँ जी, जरूर, कहते हुए गेट पर खड़े-खड़े जो सामान्य शिष्टाचार हो सकते थे, उन्हें पूरा किया। वह महिला कुछ ही देर में चली गई।

इस पहली देखा-देखी से पहले मैं उनके बारे में कुछ नहीं जानता था। उन्हें ही क्यों यहां आने के तीन दिनों बाद तक मैं भला अपने फ्लोर के दूसरे पड़ोसियों को भी कहां जान पाया था। उनके जाने के बाद मेरी दिलचस्पी घेवर में थी। दो दिन बाद किचन के बेसिन में गंदे बर्तनों को देखकर याद आया कि उनकी प्लेट कटोरियाँ पहुंचा देना चाहिए। लेकिन मुझे सही-सही पता नहीं था कि उनका परिवार किस फ़्लैट में रहता है? वे अकेली रहती हैं या उनके घरवाले भी साथ हैं? तमाम-तमाम बातें। मैं इसी उधेड़बुन में था कि तभी दरवाजे पर फिर किसी ने दस्तक दी।

दरवाजा खोलने पर मुझे चौथे माले के 7वें फ़्लैट में चाय केलिए न्यौता मिला। न्यौता देने वाली कोई और नहीं वही महिला थी। मुझे कटोरियाँ लौटानी थी। मैंने घेवर के लिए धन्यवाद कहते हुए उनके बर्तन लौटाए और शाम को जरूर आने को भरोसा दिया। लेकिन मेरी समझ में यह नहीं आ रहा था कि महिला की मुझमें इतनी दिलचस्पी क्यों है?

शाम होने पर मैं उनके यहां गया। दरवाजा खुला तो एक अधेड़ उम्र का आदमी नजर आया। उम्र कोई 48 साल के आसपास। हालांकि वह अपनी उम्र से ज्यादा बड़ा दिख रहा था। गोल-मटोल चेहरा। तोंदू डील-डौल। सिर पर घने बाल, जो बिलकुल झक सफ़ेद थे। उन्होंने लपककर मेरा अभिवादन किया और मुझे अन्दर बिठायाा। अन्दर हर साज-ओ-सामान था। आमतौर पर जो एक मिडिल क्लास फैमिली के लिए जरूरी होता है। 6 बाय चार का एक फ्लोर मैट्रिक्स, लेदर कोटेड सोफा, दीवार पर टंगी बड़ी सी एलईडी टीवी। फ्रिज। ड्राइंग टेबुल। बहुत कुछ दूसरे सामान भी उनकी बैठक में नजर आ रहे थे।

हालांकि उनकी बैठक का सामान थोडा अस्त- व्यस्त था। जैसे वे कहीं और शिफ्ट होने की तैयारी कर रहे हों। हम बातचीत करने लगे। इसबीच उन्होंने उसी अधेड़ औरत को चाय- पानी लाने को कहा जो मेरे घर तक घेवर लेकर आई थी। उन्होंने बाताया कि वे राजस्थान के भरतपुर से हैं। पिछले कुछ सालों से यहाँ रहते हैं। उनके चार बच्चे हैं। तीन बच्चे नजर आ रहे थे और सबसे बड़ी बेटी कहीं काम करती थी। दो बेटे जिनकी उम्र 13 और 11 साल होगी अपनी 6 साल की बहन के साथ वहीँ फ्लोर मैट्रिक्स पर खेल रहे थे।

मैंने बातचीत के माहौल को दोस्ताना बनाए रखने के लिए उनसे पूछा -
"बच्चों कहां पढ़ते हो"

मेरे सवाल पर बच्चे चुप थे। बाद मेंं उन्होंने बताया कि उनके बच्चे पढ़ाई छोड़ चुके हैं। मैंने वजह पूछा -
उन्होंने बताया कि दरअसल, उनका परिवार गाँव शिफ्ट हो रहा है। वे चाहते हैं कि बच्चों का वहीँ एडमिशन हो जाए। इसलिए अगस्त की शुरुआत में उन्होंने बच्चों का दाखिला यहाँ आगे न कराने का फैसला लिया था। उन्होंने बताया कि वे इतना सारा सामान नहीं ले जा सकते इसलिए सोच रहे हैं कि इन्हें यहीं कहीं बेच दिया जाए। उन्होंने मुझे अप्रोच किया और घर के सामान, उनकी खरीदी कीमत और उन्हें बेचने का मूल्य बताने लगे। वे ड्राइंग रूम के अलावा घर के दूसरे सामान दिखाने के लिए मुझे दूसरे कमरों की ओर लेकर गए। हालांकि, उनके सामानों में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं थी। उन्होंने बड़ी वुडन अलमारी दिखाई, लंबा चौड़ा दीवान दिखाया। उन कमरों में भी काफी सारा सामान चादर में बंधा पडा था। कुछदेर बाद हम फिर उनकी बैठक में लौट आए। हमने चाय पी। मैंने बहुत शालीनता से उन्हें बताया कि इन सामानों की फिलहाल मुझे जरूरत नहीं है। हम कुछ देर और बात करते रहे। इसके बाद मैंने उन्हें बोला किअबमैं चलना चाहूंगा। वह अधेड़ औरत टेबल से चाय के बर्तन समेट रही थी। मैं उठा और उनका अभिवादन कर नीचे अपने फ़्लैट लौट आया।

करीब एक हफ्ते से ज्यादा का समय बीत चुका था। इस बीच किसी काम के सिलसिले में मैं दिल्ली से वापस लौट आया था। मैं एक शाम को यूं ही उस अधेड़ महिला के दरवाजे तक गया। गेट पर ताल था। दूसरे दिन जब चौकीदार से उन लोगों के बारे में पूछा तो पता चला कि वे चले गए। चौकीदार ने इतना ही बताया। मैंने भी सोचा कि उनका परिवार गाँव लौट गया होगा। मुझे इत्मीनान था। यह तीन-चार दिनों के बाद का वाकया है। मैं एक दोस्त से मिलकर लौट रहा था। मुझे उनके दोनों बेटे पास ही एक दुकान पर चाय नाश्ता ग्राहकों को देतेे नजर आए। मैं कुछ क्षण के लिए अवाक रह गया। कमरे पर आकर अब मेरी दिलचस्पी उस परिवार में कुछ ज्यादा ही बढ़ गई। मैं किसी रहस्य का पता लगाना चाहता था।

अगले रविवार मैं अपार्टमेन्ट के सेक्रेटरी के यहाँ था। देश दुनिया की शुरूआती बातचीत के बाद मैं सीधे उस अधेड़ महिला के परिवार पर बातें करने लगा। सेक्रेटरी चौबे ने बताया, क्या साहब सात महीने से उसका मेंटनेन्स बकाया है। किराए को लेकर मकान मालिक से आए दिन झगडा। हो भी क्यों न। मोतियों-नगों को लेकर उसका जमा-जमाया धंधा चौपट हो चुका है और अब वह बेरोजगार है। इस उम्र में दूसरा रोजगार कहाँ। बच्चों का स्कूल कई महीनों से छूटा पडा है। एक बेटी की कमाई से किसी तरह घर का खर्च चल रहा है। कम्प्यूटर ओपरेटरी की नौकरी में जितनी सैलरी मिलती है उससे कुछ कम सिर्फ घर का किराया ही था। सेक्रेटरी सइ बीत्चीत के बाद मेरा मन थोडा खिन्न हो गया। क्या मैं उस परिवार को ढूढ़ते हुए दूकान जाऊ। उनका बचा हुआ कुछ फर्नीचर खरीद लूं। या मैं उस अधेड़ महिला और उनकी बेटी से बात कर लूं ....................... 

Sunday 25 September 2016

10 साल की उम्र में भारतीय सेना ज्वाइन करना चाहता था एनकाउंटर में मारा गया हिजबुल कमांडर बुरहान, पिता ने खोले श्री श्री रविशंकर के साथ हुई मीटिंग के राज

श्री श्री रविशंकर से मुलाक़ात के दौरान मुजफ्फर वानी. 

TIMES OF INDIA ने एनकाउन्टर में मारे गए हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर वानी से बातचीत की. बुरहान के पिता ने बताया कि उनका बेटा 10 साल की उम्र में भारतीय सेना ज्वाइन करने का ख्वाब देखता था. उन्होंने बुरहान के बारे में कई और बातें भी बताई. यूएन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर और बुरहान को लेकर जो कुछ कहा उससे बुरहान के पिता पूरी तरह सहमत हैं. बुरहान ने इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में श्री श्री रविशंकर से हुई मुलाक़ात पर भी सवालों के जवाब दिए. खबरची पूरे इंटरव्यू के कुछ चुनिंदा सवालों को अपने पाठकों के सामने रख रहा है. टाइम्स के लिए रोहन दुआ ने ये इंटरव्यू किया है. अंग्रेजी में पूरा इंटरव्यू आप यहां टाइम्स ऑफ इंडिया के लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं. 


श्री श्री रविशंकर से मुलाक़ात में क्या बात  हुई थी ?

मुजफ्फर वानी ने बताया किसी ने यह मीटिंग फिक्स नहीं की थी. मैं एक हॉस्पिटल के विजिट पर था. मैंने सोचा क्यों न आश्रम में रुका जाए. मैंने सालों पहले श्री श्री को टीवी पर देखा था. जाकिर नाइक भी उनसे मिल चुके हैं. फिर मैं क्यों नहीं मिल (श्री श्री से) सकता. हमने कश्मीर के बारे में बात की. उन्होंने मुझसे सोल्यूशन पूछा. मैंने उन्हें कहा कि भारतीय नेताओं को पाकिस्तान से बात करनी चाहिए. उन्होंने मुझसे इस बारे में भी पूछा कि कैसे बुरहान ने हमें (घरवालों को) छोड़ दिया. वह बोले यह अल्लाह की मर्जी थी. 


मारे गए हिजबुल कमांडर कमांडर बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर वानी. 

कभी भारत के लिए क्रिकेट खेलना चाहता था मारा गया हिजबुल कमांडर  

मुजफ्फर वानी ने कहा 5 अक्टूबर 2010, को बुरहान ने घर छोड़ा. उसने अपनी मां से कहा कि वह अपने किसी दोस्त से मिलने जा रहा है. लेकिन वह शाम को लौट कर नहीं आया. बाद में हमें पता चला कि वह आतंकियों से जुड़ गया है. एनकाउंटर से करीब दो माह पहले मैंने उसे समझाने का बहुत प्रयास किया. वह 1994 में पैदा हुआ था. मैंने उसे बताया कि वह भारी अस्थिरता के माहौल में पैदा हुआ है. स्वाभाविक है कि वह उस दर्द में पडा. जब वह 10 साल का था, उसने एक इंडियन आर्मी अफसर से  कहा था कि वह इंडियन आर्मी ज्वाइन करना चाहता है. उसने यह तब कहा था जब गांव में सेना एक तलाशी अभियान पर थी. बुरहान का एक वीडियो साबित करता है कि वह क्रिकेट को बहुत पसंद करता था. वह भारत के लिए खेलना चाहता था, पाकिस्तान के लिए नहीं. 
एनकाउंटर में मारा गया हिजबुल कमांडर बुरहान वानी.

एक दिन भारत बुरहान को फ्रीडम फाइटर मानेगा 

एक सवाल के जवाब में मुजफ्फरवानी ने कहा- जब भगत सिंह अंग्रेजों के खिलाफ लड़ रहे थे तब उन्हें आतंकवादी कहा गया. लेकिन भारतीयों ने उन्हें फ्रीडम फाइटर के रूप में माना.जब कश्मीर की समस्या ख़त्म हो जाएगी भारत महसूस करेगा कि बुरहान एक फ्रीडम फाइटर था. मझे वो सारी बातें पसंद आई जो नवाज शरीफ ने (यूएन) में कहें. बुरहान की मौत कश्मीर की आजादी की लड़ाई के लिए एक नई रोशनी लेकर आय है. 

Thursday 8 September 2016

12 साल बाद सिद्धू ने बीजेपी से अलग राह चुनी: 50 दिन में पहली बार केजरीवाल पर साधा निशाना, कहा - भोली सूरत दिल के खोटे

चंडीगढ़. नवजोत सिंह सिद्धू ने आखिरकार 12 साल बाद बीजेपी से अलग राह लेते हुए आवाज-ए-पंजाब फोरम का एलान कर पिछले 50 दिनों से आम आदमी पार्टी में जाने की अटकलों पर विराम लगा दिया। 7 जुलाई को राज्य सभा से इस्तीफ़ा देने के बाद पहली बार केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया कि उनका फोरम पंजाब की सभी 117 असेम्बली सीटों पर चुनाव लड़ सकता है। हालांकि वे यह भी बोले कि अभी उनका फोरम पार्टी नहीं है और अगले 15 दिनों में वे इस पर फैसला करेंगे। पिछले 50 दिनों में पहली बार सिद्धू ने आप को कोसते हुए केजरीवाल पर कहा, 'भोली सूरत दिल के खोटे, नाम बड़े और दर्शन छोटे।' परगट सिंह, बैंस ब्रदर्स-सिमरजीत सिंह बैंस और बलविंदर सिंह बैंस के साथ एक घंटे चली प्रेस कॉन्फ्रेंस में अकेले सिद्धू करीब 44 मिनट तक बोलते रहे। इस दौरान बीजेपी, कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल पर भी निशाना साधा हालांकि बीजेपी पर उनका रुख थोड़ा नर्म दिखा। सिद्धू बोले मेरी पार्टी आप से 60 साल पुरानी...

- केजरीवाल के बारे में सिद्धू ने कहा, ''उन्होंने मीडिया को आधी बात ही बताई। मैं बात को पूरी कर देता हूं। केजरीवाल मुझे दो साल से बुला रहे थे। उनकी पार्टी दो साल पुरानी है, मेरी पार्टी 60 साल पुरानी है।''
- ''मैंने उनसे कहा था कि मुझे कुछ नहीं चाहिए। लेकिन मैं उनके मन को टटोल रहा था। जानना चाहता था कि उनका मनसूबा क्या है? पूछना चाहता था कि आखिर मुझसे चाहते क्या हो? उन्होंने कहा कि सिद्धूजी खुद इलेक्शन मत लड़ो। पत्नी को लड़ा दो, मंत्री बना देंगे।
- ''वे भी मुझे डेकोरेटिव पीस बनाकर रखना चाहते थे। लेकिन मेरे सिर पर लिखा है- Note for sale...।''

पीसी में सिद्धू के चुनिंदा बोल

-10 करोड़ पंजाबी कभी यसमैन का रोल अदा नहीं कर सकते। इसलिए मैं कहता हूं कि मुझे जलील किया गया। लोकतंत्र कभी अहंकार सहन नहीं करता।
- अच्छे लोगों को सिर्फ डेकोरेशन पीस की तरह रखो, काम निकल जाने पर मक्खी की तरह निकाल कर फेंक दो।
- हमारे सामने दो एविल्स में से एक को चुनने की चुनौती है। चंदन का पेड़ अगर 100 बबूलों के बीच भी हो तो उसकी खुशबू अलग होती है।
- “आवाज-ए-पंजाब की राजनीति पंजाब को समृद्ध बनाने की है। हम इस दिशा में ही काम करेंगे। एक वक्त था जब पंजाब हर क्षेत्र में अव्वल था। आज देखिए क्या हो गया है। बेरोजगारी से निपटना है। पंजाब पर 2 लाख करोड़ का कर्ज है। ”


(प्रेस कॉन्फ्रेंस में फोरम के दूसरे नेताओं के साथ अपनी बात रखते सिद्धू)


और सिद्धू ने यह शेर भी कहा
- हुश्न का हुक्का कब का बुझ चुका, ये तो हम ही हैं जो गुड़गडाए जा रहे हैं
- तहजीब का शोर इतना, बरकत क्यों नहीं होती; तुम्हारी नियत में खराबी है
- काले बादलों को चीरकर अब सूरज निकलना चाहिए। अब यह मौसम बदलना चाहिए।

क्या आवाज-ए-पंजाब एक पार्टी है?

- सिद्धू ने इस बारे में कहा कि अभी यह पार्टी नहीं है। यह एक जैसी सोच वाले लोगों का ग्रुप है। हम 15 दिन सोचेंगे, फिर बताएंगे कि हम पार्टी हैं या नहीं, चुनाव लड़ेंगे या नहीं। हम पंजाब के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हैं। लोगों ने हमें अच्छा रिस्पॉन्स दिया है।
- चारों जिलों में 41 विधानसभा सीटें हैं, जिन पर 'आवाज-ए-पंजाब' फ्रंट असर डाल सकता है।
- बता दें कि सिद्धू इससे पहले बीजेपी के राज्यसभा सांसद थे, लेकिन इसी साल जुलाई में इन्होंने राज्यसभा की मेंबरशिप से इस्तीफा दे दिया था।

Thursday 1 September 2016

दुनिया में सबसे सस्ता 4G प्लान देने का दावा; Jio से बदल जाएगी भारत में इंटरनेट की दुनिया

मुंबई/नई दिल्ली. रिलायंस इंडस्ट्रीज की 42nd एनुअल जनरल मीटिंग (एजीएम) में गुरुवार को मुकेश अंबानी ने 4 जी सर्विस रिलायंस जियो को लॉन्च कर दिया। रिलायंस का ये कदम पूरी तरह से भारत की डिजिटल तस्वीर बदलने वाली होगी। ये सर्विस 5 सितंबर से शुरू होगी, और इसके बाद इसका असर साफ़ नजर आएगा। जियो मार्च 2017 तक देश की 90 फीसदी पॉपुलेशन को कवर कर लेगा। जियो हेल्थ और एजुकेशन के सेक्टर में क्रांति लाएगा। इसकी लॉन्चिंग के बाद भारत टॉप 10 इंटरनेट प्रोवाइडर में शामिल हो जाएगा।


मुकेश अंबानी ने बताया- जियो के पांच पिलर हैं। इन्हीं पर काम करेगी।

1) नेटवर्क: ज्यादातर सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के पास वॉइस कॉलिंग के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर तो है, लेकिन डाटा के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं हैं, जिसे वो बाद में तैयार कर रही हैं। जियो के पास मजबूत डाटा नेटवर्क है। हम मार्च 2017 तक देश की 90% पॉपुलेशन तक नेटवर्क पहुंचा देंगे। आज रिलायंस जियो दुनिया का सबसे बड़ा 4 जी और वॉइस ओवर एलईटी नेटवर्क है। हम भारत को सबसे महंगे डाटा मार्केट से निकालकर दुनिया के सबसे सस्ते डाटा मार्केट में ले जाएंगे।





2) डिवाइस : देश में 70 फीसदी स्मार्टफोन 4जी एलईटी बेस्ड हैं। हम 4जी बेस्ड नया स्मार्टफोन LYF लाए हैं। इसकी कीमत 2,999 रुपए से 5,999 रुपए होगी। वहीं, 4जी एलईटी जियोफाई राउटर 1,999 रुपए में मिलेगा। एंट्री प्राइस को कम से कम रखने पर ध्यान दिया गया है।

3) कंटेंट: कस्टमर जियो टीवी के जरिए 300 से ज्यादा चैनल देख सकेंगे। वहीं, जियो सिनेमा में 6 हजार मूवी और 1 लाख टीवी एपिसोड की लाइब्रेरी होगी। जियो म्यूजिक में 1 करोड़ गाने होंगे। जियो मनी के जरिए आप कैशलेस ट्रांजैक्शन कर सकेंगे। दिसंबर 2017 तक सभी के लिए ऐप मुफ्त होंगे।


4) सर्विस : रियो की सर्विस प्रॉसेस को रिडिजाइन किया गया है। दिल्ली और मुंबई में यह आज से लागू हो रही है। पूरे भारत में अगले 6 हफ्तों में लागू होगी। एक दिन में 10 लाख यूजर्स को अपने साथ जोड़ सकती है। शुरुआती स्टेप्स जितना हो सके, उतना आसान करना चाहते हैं। आधार कार्ड के साथ ई-केवाइसी लिंक से 15 मिनट में कनेक्शन मिल जाएगा।

5) टैरिफ: हम ग्राहकों को हमेशा पहले रखते हैं। जियो टैरिफ 3 प्रिंसिपल्स पर बने हैं। पहला, ग्राहक केवल एक सर्विस के लिए पेमेंट करेगा, वॉइस या डाटा। इसलिए सभी वॉइस कॉल पूरी तरह मुफ्त होगी। पूरे भारत में कहीं भी रोमिंग चार्ज नहीं देना होगा। दूसरा, डाटा कस्टमर के लिए अफोर्डेबल होना चाहिए। जियो का बेस रेट मार्केट के रेट का दसवां भाग है, जो 5 पैसे एमबी या 50 रुपए/ जीबी है। जितना ज्यादा आप इसका इस्तेमाल करेंगे,यह उतना ही आपके लिए सस्ता होगा। यह दुनिया में सबसे कम रेट हैं।

दुनिया में सबसे सस्ता 4G प्लान देने का दावा; Jio से बदल जाएगी भारत में इंटरनेट की दुनिया

मुंबई/नई दिल्ली. रिलायंस इंडस्ट्रीज की 42nd एनुअल जनरल मीटिंग (एजीएम) में गुरुवार को मुकेश अंबानी ने 4 जी सर्विस रिलायंस जियो को लॉन्च कर दिया। रिलायंस का ये कदम पूरी तरह से भारत की डिजिटल तस्वीर बदलने वाली होगी। ये सर्विस 5 सितंबर से शुरू होगी, और इसके बाद इसका असर साफ़ नजर आएगा। जियो मार्च 2017 तक देश की 90 फीसदी पॉपुलेशन को कवर कर लेगा। जियो हेल्थ और एजुकेशन के सेक्टर में क्रांति लाएगा। इसकी लॉन्चिंग के बाद भारत टॉप 10 इंटरनेट प्रोवाइडर में शामिल हो जाएगा।


मुकेश अंबानी ने बताया- जियो के पांच पिलर हैं। इन्हीं पर काम करेगी।

1) नेटवर्क: ज्यादातर सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के पास वॉइस कॉलिंग के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर तो है, लेकिन डाटा के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं हैं, जिसे वो बाद में तैयार कर रही हैं। जियो के पास मजबूत डाटा नेटवर्क है। हम मार्च 2017 तक देश की 90% पॉपुलेशन तक नेटवर्क पहुंचा देंगे। आज रिलायंस जियो दुनिया का सबसे बड़ा 4 जी और वॉइस ओवर एलईटी नेटवर्क है। हम भारत को सबसे महंगे डाटा मार्केट से निकालकर दुनिया के सबसे सस्ते डाटा मार्केट में ले जाएंगे।


2) डिवाइस : देश में 70 फीसदी स्मार्टफोन 4जी एलईटी बेस्ड हैं। हम 4जी बेस्ड नया स्मार्टफोन LYF लाए हैं। इसकी कीमत 2,999 रुपए से 5,999 रुपए होगी। वहीं, 4जी एलईटी जियोफाई राउटर 1,999 रुपए में मिलेगा। एंट्री प्राइस को कम से कम रखने पर ध्यान दिया गया है।

3) कंटेंट: कस्टमर जियो टीवी के जरिए 300 से ज्यादा चैनल देख सकेंगे। वहीं, जियो सिनेमा में 6 हजार मूवी और 1 लाख टीवी एपिसोड की लाइब्रेरी होगी। जियो म्यूजिक में 1 करोड़ गाने होंगे। जियो मनी के जरिए आप कैशलेस ट्रांजैक्शन कर सकेंगे। दिसंबर 2017 तक सभी के लिए ऐप मुफ्त होंगे।


4) सर्विस : रियो की सर्विस प्रॉसेस को रिडिजाइन किया गया है। दिल्ली और मुंबई में यह आज से लागू हो रही है। पूरे भारत में अगले 6 हफ्तों में लागू होगी। एक दिन में 10 लाख यूजर्स को अपने साथ जोड़ सकती है। शुरुआती स्टेप्स जितना हो सके, उतना आसान करना चाहते हैं। आधार कार्ड के साथ ई-केवाइसी लिंक से 15 मिनट में कनेक्शन मिल जाएगा।

5) टैरिफ: हम ग्राहकों को हमेशा पहले रखते हैं। जियो टैरिफ 3 प्रिंसिपल्स पर बने हैं। पहला, ग्राहक केवल एक सर्विस के लिए पेमेंट करेगा, वॉइस या डाटा। इसलिए सभी वॉइस कॉल पूरी तरह मुफ्त होगी। पूरे भारत में कहीं भी रोमिंग चार्ज नहीं देना होगा। दूसरा, डाटा कस्टमर के लिए अफोर्डेबल होना चाहिए। जियो का बेस रेट मार्केट के रेट का दसवां भाग है, जो 5 पैसे एमबी या 50 रुपए/ जीबी है। जितना ज्यादा आप इसका इस्तेमाल करेंगे,यह उतना ही आपके लिए सस्ता होगा। यह दुनिया में सबसे कम रेट हैं।

अरविन्द केजरीवाल के बर्खास्त मंत्री पर PORN वेबसाइट का ट्वीट वायरल, पढ़ें क्या लिखा?

नई दिल्ली. अरविंद केजरीवाल कैबिनेट के बर्खास्त मंत्री संदीप कुमार की सेक्स सीडी लोगों के लिए अलग-अलग मौका साबित हो रही है। 31 अगस्त को सामने आया यह मामला चर्चा का केंद्र बना हुआ है। इस वजह से यह ट्विटर पर पिछले कई घंटों से टॉप ट्रेंडिंग में है। इस बहाने केजरीवाल के विरोधियों को उनकी आलोचना का मौका मिल गया है। उधर, इस पूरे मामले पर एक पोर्न वेबसाइट ने भी चर्चा की उठाने की कोशिश की है। उसने संदीप कुमार को लेकर एक ट्वीट किया जो सोशल मीडिया में वायरल हो गया।

- पोर्न हब नाम की इस वेबसाइट ने संदीप कुमार के सेक्स सीडी को लेकर ट्वीट किया जो कुछ ही घंटों में वायरल हो गया।
- बता दें कि यह एक एडल्ट साइट है। इसने जो मैसेज लिखा उसे अबतक 2.3 हजार से ज्यादा लोगों ने रीट्वीट किया है और करीब 1 हजार से ज्यादा ने पसंद किया है।
ट्विटर पर क्या लिखा पोर्न हब ने

पोर्न हब ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, We love all of our employees, including @SandeepKumar (हम संदीप कुमार समेत हमारे सभी इम्प्लॉइज को प्यार करते हैं)। वैसे यह भी बता दें कि सिर्फ पोर्न हब ही नहीं सोशल मीडिया पर कई लोग केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का अपने तरीके से मजाक उड़ा रहे हैं।