खबरची. ‘हिट एंड रन मामले’ में कोर्ट ने सलमान खान को दोषी मानते हुए उन्हें पांच साल की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उन पर 25000 रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। आज ये मामला सुर्खियों में है, लेकिन इससे जुड़े एक अहम किरदार की ओर लोगों का ध्यान नहीं जा रहा। उस किरदार का नाम है कॉन्सटेबल रवींद्र पाटिल। पाटिल ने सलमान के हिट एंड रन मामले में बहुत दबाव डालने के बावजूद नहीं पलटा, हालांकि इसकी वजह से उसे अपनी नौकरी मांगनी पड़ी और बीमारों की तरह भीख मांगते हुए जान भी गंवानी पड़ी।
रवींद्र की गवाही से ही सलमान के खिलाफ बना मामला
आज बहुत कम लोगों को याद होगा कि रवींद्र सलमान खान से जुड़े ‘हिट एंड रन’ मामले में एक प्रमुख गवाह था। इस मामले में यही वह शख्स था, जो सभी चीजों के बारे में जानता था। हिट और रन मामले के चश्मदीद गवाह रहे रवींद्र अब इस दुनिया में नहीं है। लेकिन उसकी मौत को लेकर तरह-तरह की बातें की जाती है। आज भी लोग उसके मौत के पीछे की वजह जानना चाहते हैं?
नौकरी गंवाई, भीख मांगा लेकिन नहीं बदला बयान
जो लोग रवींद्र को जानते थे वो इस बात से सहमत थे कि उस पर बयान बदलने को लेकर बहुत अधिक दबाव था। चर्चाओं की मानें तो यह दबाव सलमान को जेल जाने से बचाने के लिए स्टेटमेन्ट बदलने के लिए था। रवींद्र को बयान बदलने के लिए लालच और धमकी भी दी गई। यहां तक कि पुलिस ने उसके परिवार को काफी परेशान भी किया। हालांकि रविन्द्र ने आखिरी सांस तक बयान नहीं बदला।
वकीलों के रवैये से डर गया था रवींद्र
‘हिट एंड रन मामले’ में जुड़ने के बाद से ही रवींद्र अदालती प्रक्रिया से बहुत डरने लगा था। उस पर वकीलों का भी बहुत दबाव था। इस वजह से रविन्द्र डिप्रेशन में चला गया था।
पुलिस के डर से मुंबई से भाग निकला था रवींद्र
सीनियर पुलिस अधिकारियों ने नौकरी से अनुपस्थित रहने का आरोप लगाकर रवींद्र को नौकरी से निकाल दिया था। जबकि कई लोग दबी जुबान स्वीकार करते हैं कि रविन्द्र कभी नौकरी से अनुपस्थित नहीं रहता था। नौकरी से निकाले जाने के बाद भी पुलिस ने रवींद्र का पीछा नहीं छोड़ा, इसलिए वह मुंबई से कहीं और चला गया था। परिवार के अनुसार वह अक्सर चोरी-छिपे अपनी पत्नी व परिवार से मिलने एक-दो दिन के लिए मुंबई आया करता था।
किसके इशारे पर जेल में किया गया प्रताड़ित
पेशी के दौरान कोर्ट में अनुपस्थित रहने के आरोप में रविंद्र को जेल भेज दिया गया था। वहां भी उसे प्रताड़ित किया गया। उसे अन्य कैदियों से अलग रखा जाता था।
परिवार ने भी डाला दबाव
इस मामले में जेल से बाहर आने के बाद परिवार वालों ने बयान बदलने के लिए उस पर काफी दबाव डाला। पुलिस उसके परिवार को परेशान करती थी। लेकिन रवींद्र ने किसी की नहीं सुनी।
सड़कों पर मांगनी पड़ी भीख
सूत्रों के मुताबिक, परिवार से अलग होने के बाद रवींद्र पाटिल काफी दिनों तक लापता रहा. 2007 में वह सेवरी म्युनिसिपल अस्पताल से मिला। अस्पताल आने से पहले उसे सड़कों पर भीख मांगते भी देखा गया था। भीख से मिले पैसों से दिन-रात शराब पीता था। कहते हैं कि वह टीवी का शिकार हो गया था। कमजोरी की वजह से उस पर दवाओं का असर नहीं हुआ और आखिरकार अस्पताल में ही उसकी जान चली गई। सलमान खान को उसके किए की सजा मिल गई, लेकिन रविन्द्र का क्या दोष था - आखिर कौन रविन्द्र के गुनाहगारों को सजा देगा।
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