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Thursday 5 January 2017

धोनी के पास कप्तानी छोड़ने के अलावा कोई चारा भी नहीं था, ये वजह नहीं जानते हैं आप? इग्लैंड सीरिज में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को भी कह देंगे अलविदा


महेंद्र सिंह धोनी द्वारा कप्तानी छोड़ देने के फैसले की हर ओर तारीफ़ की जा रही है. लोग यहां तक कह रहे हैं कि उन्होंने सही वक्त पर बहुत दिलेर फैसला लिया है. लेकिन उनके कप्तानी छोड़ने की वजह के पीछे एक सच और है जिस पर इस वक्त बिलकुल भी बात नहीं की जा रही है, हालांकि वह मौजूं बहुत है. दरअसल. इस मसले पर एक सीनियर स्पोर्ट जर्नलिस्ट से मेरी जो बातचीत हुई इसके बाद मैं उनके तर्कों को सिरे से खारिज नहीं कर सकता. - खबरची

सबसे पहले बता दें कि इसके सिरे 2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामलों से जुड़े हैं. भारतीय क्रिकेट के इस बड़े काण्ड पर अब तक कई की बलि चढ़ चुकी है. मयप्पन को क्रिकेट से बाहर होना पड़ा तो ललित मोदी को देश छोड़कर भागना पड़ा. घोटाले के बाद बीसीसीआई में सुधार के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जस्टिस लोढ़ा की अगुआई में एक कमेटी का गठन किया गया. उस कमेटी ने सिफारिशें की. जिन्हें व्यावहारिक तौर पर लागू करने में असमर्थता जताने वाले अनुराग ठाकुर को सर्वोच्च अदालत ने bcci चीफ ली पोस्ट से हटा दिया. उनके साथ सेक्रेटरी शिर्के को भी बाहर जाना पड़ा.
(इंडिया टुडे की वह रिपोर्ट जिसमें मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर धोनी की भूमिका पर उठाए सवाल. रिपोर्ट 2014 की है.)



तो क्या है धोनी के कप्तानी छोड़ने के फैसले की सही वजह ?
लोढ़ा कमेटी की रिपोर्ट में धोनी समेत टीम इंडिया के मौजूदा तीन बड़े क्रिकेटरों का नाम है. सूत्रों की मानें तो उन पर कार्रवाई की अनुशंसा की गई है. अनुराग ठाकुर के हटने के बाद इस मामले में bcci की और किरकिरी न हो इसके लिए बंद कमरे में बतौर कप्तान और खिलाड़ी धोनी की सम्मानजनक विदाई के लिए एक फ़ॉर्मूला निकाला गया है. इसके तहत ही धोनी ने कप्तानी के पद से इस्तीफा दिया. ध्यान देने वाली बात यह है कि उनका इस्तीफा अनुराग पर कार्रवाई के कुछ घंटों बाद आया है. इस बारे में मेरी जिस स्पोर्ट जर्नलिस्ट से बात हुई उनका यहां तक कहना था कि धोनी इग्लैंड के साथ आगामी सीरिज के दौरान एक दिवसीय और टी ट्वेंटी फ़ॉर्मेट से भी संन्यास की घोषणा कर देंगे.


(मुद्गल कमेटी के रिपोर्ट की कॉपी : इस तरह हुआ धोनी के नाम का जिक्र.)

मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर इंडिया टुडे ने भी किया था खुलासा 
इससे पहले 2014 में इंडिया टुडे ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामलों की जांच के लिए गठित पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस जस्टिस मुकुल मुद्गल की रिपोर्ट के आधार पर एक एक्सक्लूसिव स्टोरी में धोनी समेत कुछ खिलाड़ियों के दोषी पाए जाने का उल्लेख किया था. कमेटी ने अपनी जांच में राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग के बीच फिक्स हुए के मैच के लिए छह प्रमुख भारतीय खिलाड़ियों के नाम का जिक्र किया था. इसमें सबसे अहम नाम चेन्नई सुपर किंग के खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना का था. रिपोर्ट में कमेटी ने दोनों को क्लीन चिट तो नहीं दी पर भूमिका पर सवाल जरूर उठाए थे। जस्टिस मुकुल को बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष आई एस बिंद्रा ने भी बताया था कि वह उन दो पूर्व प्रतिष्ठित भारतीय खिलाड़ियों को जानते हैं जो कथित तौर पर मैच फिक्सिंग में शामिल थे। मुदगल की रिपोर्ट में इनके नाम का बाकायदे जिक्र है. जस्टिस मुद्गल ने अपनी रिपोर्ट में किसी को क्लीन चिट नहीं दी और आगे की जांच के हाजिर होने की बात कही।
(मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट की कॉपी : इस तरह हुआ धोनी के नाम का जिक्र.)

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